India is on the Leading Line: भारत मजबूत सैन्य शक्ति के बल पर विश्व में अग्रणी पंक्ति पर:रक्षा मंत्री
India is on the Leading Line: भारत मजबूत सैन्य शक्ति के बल पर विश्व में अग्रणी पंक्ति पर:रक्षा मंत्र
कांगड़ा। India is on the Leading Line: सैन्य बलिदानी परिवार सम्मान समारोह को कांगड़ा जिला के बडोली में ब्यास नदी तट पर सोमवार को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज का भारत विश्व स्तर पर अपनी मजबूत सैन्य शक्ति के बल पर सुरक्षित देशों की अग्रणी पंक्ति में खड़ा है। गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना की घुसपैठ का करारा प्रतिउत्तर दिया। उन्होंने कहा कि पहले देश में आतंकी हमलों की खबरें आती थी लेकिन अब देश में पुलवामा व ऊरी हमलों के बाद पाकिस्तान की जमीन पर सर्जिकल स्ट्राइक कर मुंहतोड जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि पहले देश में शांति के लिए कबूतर उडाए जाते थे पर अब वीरता का परिचय देते हुए देश के प्रधानमंत्री चीते छोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की देव व वीर भूमि से प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा, महावीर चक्र विजेता शेर सिंह थापा, धनसिंह थापा, संजय कुमार व कारगिल युद्ध में बलिदान देने वाले विक्रम बत्तरा का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के हर युद्ध में हिमाचलियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि सेनाओं का त्याग और बलिदान ही देश की सीमाओं को सुरक्षित रखता है। पहले भारत के सीमावर्त्ती क्षेत्रों में आधारभूत ढ़ांचे के विकास को प्राथमिकता नहीं दी जाती थी पर केंद्र में मोदी सरकार में इसे पूरी प्राथमिकता पर रखा है। सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछाने व मोबाइल नेटवर्क को विकसित किया जा रहा है। हिमाचल के सीमावर्ती जिलों किन्नौर व लाहौल स्पीति में हर घर में जल और नल पहुंचा दिया गया हैं।
उन्होंने कहा कि पहले भारत रक्षा आयात करने के रूप में जाना जाता था लेकिन अब भारत रक्षा निर्यातक बन चुका है, वर्ष 2047 तक भारत 2 लाख करोड़ का रक्षा निर्यात करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। श्री सिंह ने बताया कि रक्षा क्षेत्र में 311 आइटम को चिन्हित किया गया है जिनका आने वाले सालों में मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि सेना के दरवाजे पूरी तरह से महिलाओं के लिए खोल दिए गए हैं। एनडीए समेत युद्धपोतों पर महिला सैनिकों की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी गई है।
इस अवसर पर 600 बलिदानी व पूर्व सैनिक परिवारों को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
परम विशिष्ठ सेवा मेडल से सम्मानित लेफटिनेंट जरनल कुलदीप जम्वाल, पीवीएसएम लेफ्टिनेंट जनरल बलजीत सिंह जसवाल, लेफ्टिनेंट जनरल विनोद शर्मा, मेजर जनरल मोहिंदर प्रताप, मेजर जनरल सुदेश शर्मा, मेजर जनरल अतुल कौशिक, ब्रिगेडियर सतीश कुमार, वीएसएम ब्रिगेडियर अजय कुमार शर्मा, ब्रिगेडियर मदन शील शर्मा, ब्रिगेडियर बेअंत परमार, ब्रिगेडियर खुशाल शर्मा, ब्रिगेडियर जगदीश सिंह वर्मा, ब्रिगेडियर पवन चौधरी, ब्रिगेडियर लरल चंद जसवाल, पूर्व डीजीपी हिप्र आईडी भंडारी, कर्नल रूप चंद, कर्नल दर्शन मनकोटिया, कैप्टन रमेश चंद सहित हजारों का जनसमूह उपस्थित रहा।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश भैया जोशी ने भी इस अवसर पर संबोधित किया ।
इस आयोजन पर बलिदानी परिवारों, पूर्व सैनिकों को एक लाख चंदन, नीम व पीपल के पौधे वितरित किए गए। कार्यक्रम में दो प्रदर्शनियां आयोजित की गई जिसमें से एक प्रदर्शनी हिप्र से संबंधित वीर सैनिकों का जीवनवृत्त की झलक दिखाई वहीं दूसरी प्रदर्शनी में हिप्र के स्वतंत्रता सेनानियों का जीवन वृत्त पेश किया।